ठाकुर साहेब रोज बार में जाते और
तीन गिलास बियर मंगवाते 🍺🍺🍺
वो तीनो गिलास से एक एक सिप पीते खत्म होने तक ।
एक दिन वेटर से रहा नहीं गया। उसने पूछा की हुकुम आप तीन गिलास क्यों मंगवाते है ? आप एक गिलास से भी पी सकते हो ? 🍺
ठाकुर साहेब उदास होते हुए बोले की हम तीन बचपन के दोस्त है। पर बहुत दूर दूर रहते है । इसलिए दो गिलास उनके और एक मेरे लिए मंगवाता हूँ ।
ऐसा लगता है की वो मेरे पास है और हम साथ में पी रहे है । 😢
कुछ सालों के बाद अचानक एक दिन 😳ठाकुर साहेब ने केवल दो गिलास बियर मंगवाई 🍺🍺
वो बहुत उदास नजर आ रहा थे।😰
केवल दो गिलास में से सिप कर के पी रहा थे।
वेटर ने सोचा की शायद
इसका एक दोस्त निपट गया ।
वेटर उसको सांत्वना देने के लिए उसके पास पंहुचा । 😱
वेटर ने पूछा की हुकुम आपके एक दोस्त को क्या हुआ ?
आज केवल दो गिलास ही क्यों मंगवाए । 🍺🍺
ठाकुर साहेब ने बड़ी मायूसी से जवाब दिया की ....
.... मेरे दोनों दोस्त बिलकुल ठीक ठाक है
पर
* मैं नवरात्र में शराब नहीं पीता!😂🙏🙏